कोलकाता, पिछले महीने यहां आरजी कर अस्पताल में कथित रूप से बलात्कार और हत्या की शिकार हुई डॉक्टर के लिए न्याय की मांग को लेकर रविवार को पश्चिम बंगाल में लोगों और राजनीतिक दलों द्वारा कई रैलियां निकाली गईं।

केंद्रीय मंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने हावड़ा शहर में एक रैली का नेतृत्व किया।
मजूमदार ने “तिलोत्तोमा के लिए न्याय” लिखी तख्ती थामे हुए कहा, “हम महिला डॉक्टर के लिए न्याय की मांग कर रहे जन-आंदोलन का हिस्सा मात्र हैं। प्रशासन ने दोषियों को बचाने और एक आरोपी पर आरोप लगाने के लिए सभी कदम उठाए हैं। बंगाल के लोग सतर्क हैं और उन्होंने विरोध का रास्ता नहीं छोड़ा है। हम, एक पार्टी के रूप में, उनके साथ हैं।”
मीडिया का एक वर्ग मृतक डॉक्टर का असली नाम उजागर करने से बचने के लिए उसे ‘तिलोत्तमा’ कह रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार बलात्कार पीड़िता की पहचान करना प्रतिबंधित है।
दिन के दौरान, चार स्कूलों के लगभग 800 पूर्व छात्रों ने दक्षिण कोलकाता के दक्षिणापन से गरियाहाट तक एक रैली में भाग लिया, जिसमें कार्यस्थल या सार्वजनिक स्थानों पर हर महिला के लिए सुरक्षित वातावरण की मांग की गई।
सेंट जॉन्स डायोसेसन की पूर्व छात्रा गरिमा घोष ने कहा, “हमारी मुख्य मांगें हैं ‘तिलोत्तोमा के लिए न्याय’, महिलाओं के लिए समानता और उन्हें ऐसी स्थिति का सामना करने पर एफआईआर दर्ज कराने का अधिकार तथा सभी कार्य क्षेत्रों में महिलाओं की सुरक्षा।”
शहर के बेहाला क्षेत्र के 20 स्कूलों के छात्र एक किलोमीटर तक पैदल चले। उन्होंने हाथों में तख्तियां और पोस्टर लिए हुए थे तथा ‘हमें न्याय चाहिए’ जैसे नारे लगाए।
एक अन्य रैली में, विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लगभग 200 कामकाजी पेशेवर और सेवानिवृत्त व्यक्तियों ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए शहर के दक्षिणी हिस्से में रूबी मोड़ से गरियाहाट तक पैदल यात्रा की।
राज्य सरकार के सेवानिवृत्त कर्मचारी बिमान रॉय ने कहा, “हम चाहते हैं कि सीबीआई जांच में तेजी लाए और 9 अगस्त तक इस जघन्य अपराध में शामिल सभी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करे।”
प्रशिक्षु डॉक्टर का शव 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सेमिनार कक्ष से बरामद किया गया था।
केंद्रीय जांच ब्यूरो इस मामले की जांच कर रहा है।
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